शहीद मंगल पाण्डेय राजकीय महिला महाविद्यालय नगवाँ, बलिया की स्थापना वर्ष 2005 में स्वतंत्रता संग्राम के अमर शहीद मंगल पाण्डेय की जन्म भूमि मे उत्तर प्रदेश शासन द्वारा जन आकांक्षाओं की पूर्ति के क्रम में की गयी। महाविद्यालय का लगभग आठ एकड़ भूमि पर निर्मित विस्तृत परिसर जनपद मुख्यालय से लगभग सात किलोमीटर नगवा ग्राम मे स्थित है। यह महाविद्यालय प्रारम्भ में वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर से सम्बद्ध हुआ । वर्ष 2017-18 के सत्र से यह जननायक चन्द्रशेखर विश्वविद्यालय, बलिया से भी सम्बद्ध हो गया। केवल स्त्री शिक्षा के लिए समर्पित यह महाविद्यालय बलिया जनपद का एक मात्र राजकीय महाविद्यालय है। वर्तमान मे महाविद्यालय एक परियोजना के रूप में अधूरा होते हुए भी नवीन भवन मे संचालित है ।
प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के अमर महानायक मंगल पाण्डेय ने अपने देश और समाज की अस्मिता की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। अंग्रेजी साम्राज्यवाद के विरुद्ध मंगल पाण्डेय ने जो तेजस्वितापूर्ण आवाज उठाई उसकी अनुगूँज अब भी हमारे समाज में किसी न किसी रूप में सुनाई पड़ती है । 30 जनवरी सन् 1831 को बलिया जनपद के नगवा ग्राम मे जन्मे विभूति मंगल पाण्डेय ने देश और समाज के आगे अपने व्यक्तिगत जीवन को कभी महत्व नहीं दिया । उनकी शहादत का कीर्तिमान आज भी अक्षुण्ण है । वे भारत राष्ट्र के करोडों नवयुवकों के प्रेरणा पुरुष हैं । मात्र 26 वर्ष 02 माह 09 दिन का यह युवा क्रान्तिकारी हंसते - हंसते 08 अप्रैल सन् 1857 को फांसी के बन्दे पर झूल गए । फौजी अदालत में उन्होने स्पष्ट शब्दों में कहा था ।
" मैंने जो कुछ भी किया है - अपने राष्ट्र और धर्म के लिए किया "
अपनी मातृभूमि का कर्ज चुकाने वाले इस वीर साहसी महायोद्धा का बलिदान हमारे इतिहास की एक ऐसी इबारत है जिसे कभी भी विस्मृत नहीं किया जा सकता है। राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान (RUSA रूसा) भारत सरकार की एक प्रायोजित योजना है जिसे राज्यों के पात्र उच्चतर शैक्षिक संस्थाओं को वित्तपोषित करने के उद्देश्य से वर्ष 2013 में प्रारंभ किया गया था। यह महाविद्यालय रूसा के अन्तर्गत विभिन्न विकास योजनाओं से आच्छादित है ।
राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान का उद्देश्य शिक्षा के लिए निर्धारित मापदंडों को सुनिश्चित करते हुए राज्य संस्थाओं की समग्र गुणवत्ता में सुधार करना और प्रत्यायन को अनिवार्य गुणवत्ता आश्वासन कार्यढांचे के रूप में अंगीकार करना। राज्य स्तर पर योजना और मॉनीटरिंग के लिए सांस्थानिक ढांचे का निर्माण करके राज्य विश्वविद्यालयों में स्वायत्ता प्रोत्साहित करके और संस्थाओं के अभिशासन में सुधार करके राज्य उच्चतर शिक्षा प्रणाली में परिवर्तनकारी सुधार करना । संबंधन शैक्षिक और परीक्षा प्रणाली में सुधारों को सुनिश्चित करना । सभी उच्चतर शैक्षिक संस्थाओं में गुणत्तायुक्त संकाय की पर्याप्त उपलब्धता को सुनिश्चित करना और रोजगार के सभी स्तरों में क्षमता निर्माण को सुनिश्चित करना । उच्चतर शैक्षिक संस्थाओं को अनुसंधान और नवाचार के क्षेत्र में समर्पित करने के लिए योग्य पर्यावरण का निर्माण करना । वर्तमान संस्थाओं में अतिरिक्त क्षमता का निर्माण करके सांस्थानिक आधार को विस्तार प्रदान करना और नामांकन लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए नए संस्थानों को स्थापित करना । असेवित और अल्पसेवित क्षेत्रों में संस्थाओं को स्थापित करके उच्चतर शिक्षा में पहुंच बनाने में क्षेत्रीय असंतुलनों को संतुलित करना । अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति और सामाजिक और शैक्षिक रूप से पिछड़े वर्गों को उच्चतर शिक्षा के पर्याप्त अवसर प्रदान करके उच्चतर शिक्षा के क्षेत्र में समानता में सुधार करना । महिलाओं, अल्पसंख्यकों और निरूशक्तजनों के समावेशन को प्रोत्साहित करेगा। वर्तमान मे रूसा के अन्तर्गत रसायन विज्ञान की स्नातकोत्तर कक्षाओं के लिए प्रयोगशाला और व्याख्यान कक्ष निर्माणाधीन है । वित्तीय वर्ष 2018-19 के लिए 6 करोड़ रुपये की दो योजनाएं, जिसमें एक हजार दर्शकों की क्षमता वाला एक सभागार और 18 फ्लैटों वाला प्राध्यापको के निवास के लिए एक बहुमंजिला भवन शासन द्वारा प्रस्तावित है ।